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Monday 2 September 2019

छत्तीसगढ़ी गजल-चोवाराम वर्मा"बादल"

गजल

बहरे हज़ज मुसम्मन अख़रब मक़्फूफ़ मक़्फूफ़ मुख़न्नक सालिम
मफ़ऊल मुफ़ाईलुन मफ़ऊल मुफ़ाईलुन

221 1222 221 1222

रेंगत हे गलत रस्ता इंसान भटक जाही
 इरखा के हवय चिखला जिनगी ह अटक जाही

 हे जेब में पइसा तब ममहात सबो ला हे
 तैं देख अभी किरनी दू चार चटक जाही

 सरकारी हवय पइसा जोहत हे इहाँ कतको
आधा ल बताथे उन बड़का  ह गटक जाही

 वो मोर बने उड़थे सब बाग बगइचा मा
आँखी म शिकारी के उड़ना ह खटक जाही

 बइहाय हवच काबर कुछ काम बुता कर तैं
 मन तोर लुभा के वो तितली ह मटक जाही

  घेरे हे गरीबी हा दाइज ग  कहाँ  ले लानय
 होगे  हे फिकर भारी का बाप झटक जाही

 'बादल' ह थिरागे अब हे क्वांर सुघर आये
 ले ओस गिरत हावय सब धान छटक जाही

चोवा राम 'बादल '

91 comments:

  1. वाह बहुत बढ़िया गजल बादल गुरुजी
    मजा आगे
    बहुत बहुत बधाई हो

    महेन्द्र देवांगन माटी

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    1. धन्यवाद आदरणीय महेंद्र भाई जी।

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  2. बहुत बढ़िया गजल गुरुदेव

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  3. आदरणीय बादल भैया जी ला अनंत बधाई💐💐👌👌👌👍👍

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    1. हार्दिक आभार आदरणीया जी।

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  4. बहुत सुग्घर गज़ल, गुरुदेव ।सादर नमन ।

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  5. वाहःह बहुत बढ़िया ग़ज़ल भैया जी

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  6. बहुत बढ़िया, बादल भैया।

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  7. हार्दिक आभार जितेंद्र भाई जी।

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  8. बहोत बढ़िया सर

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  9. वाह बहुत सुंदर गजल भइया

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  10. अनुपम सृजन,गुरुवर

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  11. अब्बड़ सुग्घर गज़ल गुरुदेव।।सादर प्रणाम ।।

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    1. महतारी भाखा के उत्थान में आप सबके योगदान स्मरणीय हे।हार्दिक आभार।

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  12. उत्कृष्ट लेखन भैया,,,, सशक्त लेखनी को नमन

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    1. सादर नमस्कार नील जी। हार्दिक आभार।

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  13. घात सुग्घर बिंब ,व्यंजना से ओतप्रोत छत्तीसगढ़ी गजल। प्रणाम।।

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    1. हार्दिक धन्यवाद वीरेंद्र भाई।

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  14. छत्तीसगढ़ी मे गजल बड़ सुंदर

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  15. बादल सर
    🙏🏻

    आपके इस रचना तारीफ करने लायक शब्दो का अभाव अपने शब्दकोश साफ महसुस हो रहा है...
    छतीसगढ़ी गजल भी इतना करामात दिखा सकती है देख कर आश्चर्य हो रहा है । प्रणाम है आपको और आपके लेखनी को..🙏🏻

    "वो मोर बने उड़थे सब बाग बगइचा मा
    आँखी म शिकारी के उड़ना ह खटक जाही"

    👆🏼
    वाह... वाह... वाह

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  16. बहुत बढ़िया रचना भैया जी

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  17. बहुत ही सुंदर पंक्तियां हैं आदरणीय।

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  18. हार्दिक बधाई हार्दिक बधाई गुरुदेव

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  19. अति सुंदर सजीव चित्रण... छत्तीसगढ़ीभ भाषा से आपकी लगाव का जीता जागता उदाहरण प्रस्तुत किए हैं इस रचना के माध्यम से...

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद आपका।

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  20. अति सुंदर सजीव चित्रण... छत्तीसगढ़ीभ भाषा से आपकी लगाव का जीता जागता उदाहरण प्रस्तुत किए हैं इस रचना के माध्यम से...

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  21. बहुत सुंदर गुरुदेव। आपकी कला और आपको फौजी का सेल्यूट।
    जय हिन्द जय छत्तीसगढ़

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    1. जय हिंद। हार्दिक धन्यवाद।

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  22. बहुत सुघ्घर गज़ल मामा जी

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  23. Sunder rachna ke liye behatarin rachnakar ko naman

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  24. सुग्घर ग़ज़ल

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  25. छत्तीसगढ़ी में इस प्रकार गजल रचना अपने आप में एक अलग विधा है और हम इस विधा कार का हृदय से सम्मान करते हैं वर्मा जी आप आगे बढ़े इसी रूप में हमारी छत्तीसगढ़ी सभ्यता और संस्कृति को और आगे ले जाएं मां भारती का आशीर्वाद सदैव आपको मिलता रहे इन्हीं शुभकामनाओं के साथ सदैव आपका

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    1. प्रोत्साहन भरे शब्दों के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद आदरणीय।

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  26. प्रोत्साहन भरे शब्दों के लिए आपका हार्दिक आभार।

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  27. शानदार गजल गुरुदेव ।आपके लेखनी ला नमन हे।हार्दिक बधाई ।

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  28. माता भारती की असीम अनुकंपा सदैव आपके ऊपर बनी रहे और इसी प्रकार छत्तीसगढ़ी गजल को ऊंचाइयों तक आप ले जाते रहे इस विधा के विधाकार श्री सी आर वर्मा जी का हम हृदय से स्वागत करते हैं एवं आशा करते हैं कि और भी हमें भविष्य में आपके नगमे सुनने और पढ़ने को मिलेंगे शुभकामनाओं के सहित सदैव आपका

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    1. आपके प्रोत्साहन भरे शब्दों से आगे और सृजन के लिए मार्ग प्रशस्त हुआ। आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

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  29. सुग्घर गजल आदरणीय

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  30. बहुत सुंदर रचना सर जी

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  31. वर्तमान परिस्थितियों को बहूत सुंदर ढंग से गजल के माध्यम से प्रस्तुत किया है आपका रचनाशरचनाशक्ति अद्भुत एवं विलक्षण है आपकी कल्पनाशक्ति और क्षमता असिमित
    है सादर धन्यवाद

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    1. छत्तीसगडी साहित्य अउ रचनाकार मन बर आप जइसे सुधि पाठक मन के विचार मार्गदर्शन के काम करही। आप ला हार्दिक धन्यवाद।

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  32. वर्तमान परिस्थितियों को बहुत सुंदर ढंग से गजल के माध्यम से प्रस्तुत किया है आपका कल्पनाशक्ति और क्षमता अद्भुत एवं विलक्षण है मन प्रफुल्लित हो गया ।
    हृदय से धन्यवाद ।

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  33. उत्कृष्ठ गजल गुरुदेव

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  34. उत्कृष्ठ गजल गुरुदेव

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  35. अब्बड़ सुघ्घर गजल गुरुदेव, एकर बर आपला गाड़ा गाड़ा बधाई।
    🙏🙏🙏🙏🙏

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  36. धन्यवाद सांगली जी।

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    1. बहुत ही सूंदर छत्तीगढ़ी गजल गुरुदेव सादर नमन

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  37. बहुत शानदार उत्कृष्ट सिरजन बादल भइया जी।

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  38. आनंद आगे गुरुदेव।लाजवाब गज़ल।शेर तो एक ले बढ़के एक हे वाहहहहहहह!

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    1. हार्दिक आभार अहिलेश्वर जी।

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  39. बहुत सुघ्घर गजल लिखे हव भाई जी आपके सबो गजल एक ले बड़के एक हावय आपके लेखनी ल सादर नमन्

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    1. हार्दिक आभार आदरणीया जी।

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  40. सुग्घर गजल भैया जी

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  41. प्रणाम सर जी... सुन्दर गजल

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