"मिठलबरा ला मार तुतारी"
सीख ले भइया दुनियादारी
मिठलबरा ला मार तुतारी।
आँखी मा धुर्रा फेंके अउ
बात-बात मा कहय लबारी।
अपनआप ला बड़े बतावै
धोखाबाज बड़े सँगवारी।
महा जुगाड़ू महा लफाड़ू
गावै सदा राग-दरबारी।
ओकर काम-बुता ये जानँव
एकर चुगली ओकर चारी।
मैं मैं मैं नरियावत रहिथे
ओकर आय इही चिन्हारी।
टेस बतावय राज-महल के
गिरवी ओकर लोटा थारी।
आगू करथे नँगत बड़ाई
पाछू देथे अब्बड़ गारी।
'अरुण' मानथे मिठलबरा ला
कोरोना ले बड़े बिमारी।
- अरुण कुमार निगम
आदित्य नगर, दुर्ग (छत्तीसगढ़)
सीख ले भइया दुनियादारी
मिठलबरा ला मार तुतारी।
आँखी मा धुर्रा फेंके अउ
बात-बात मा कहय लबारी।
अपनआप ला बड़े बतावै
धोखाबाज बड़े सँगवारी।
महा जुगाड़ू महा लफाड़ू
गावै सदा राग-दरबारी।
ओकर काम-बुता ये जानँव
एकर चुगली ओकर चारी।
मैं मैं मैं नरियावत रहिथे
ओकर आय इही चिन्हारी।
टेस बतावय राज-महल के
गिरवी ओकर लोटा थारी।
आगू करथे नँगत बड़ाई
पाछू देथे अब्बड़ गारी।
'अरुण' मानथे मिठलबरा ला
कोरोना ले बड़े बिमारी।
- अरुण कुमार निगम
आदित्य नगर, दुर्ग (छत्तीसगढ़)
बेहतरीन ग़ज़ल हे गुरुदेव
ReplyDeleteसादर नमन