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Tuesday 25 June 2019

छत्तीसगढ़ी गजल - मोहन लाल वर्मा

मोहन लाल वर्मा: छत्तीसगढ़ी गजल

बहरे खफ़ीफ मुसद्दस मख़बून
फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन
           
2122 - 1212  -22
   
     पर भरोसा उमर पहावत हे।
     शान झूठा अपन दिखावत हे।

     नाँव के जेन आय जी बड़का,
     खानदानी भले कहावत हे।

      राम-रहमान के कहानी ला,
     आज लइका हमर भुलावत हे।

      मोटरा भर धरे हवय पइसा,
      नींद मा फेर बड़बड़ावत हे।

      ढेंखरा मा चढ़े करेला हा,
      टेटका तीर मुचमुचावत हे।

      मूँड़ मा जेकरे हवय पागा,
      वो नता मा बड़े गिनावत हे।

      नइ बिकय जी दया-मया "मोहन"
       पार हाँका खुदे बतावत हे।

                       -- मोहन लाल वर्मा
      ----------------------------------------
मोहन लाल वर्मा: छत्तीसगढ़ी गजल

बहरे खफ़ीफ मुसद्दस मख़बून
फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन
     
2122- 1212 - 22
     
      बात छोटे गहिर इशारा हे।
      पेड़ ले घात रोंठ डारा  हे।।

      मानथँव खून के हवय रिश्ता,
       पीठ पाछू दताय आरा हे।

       देखथे वो सुते- सुते सपना,
       चोर  घर मा लगाय तारा हे।

      चाम होगे कमा-कमा करिया,
       खेत गिरवी धरे बिचारा हे।

       बाप के नइ सुनँय बहू-बेटा,
       आज घर-घर इही नजारा हे।

       देश खातिर परान दे  देबो ,
       ये तिरंगा हमर पिँयारा हे।

       तान छाती खड़े हवय "मोहन"
       वीरता के बजत नगारा हे।

         ----- मोहन लाल वर्मा
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78 comments:

  1. शानदार गजल भैय्या .....बधाई

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  2. वाह्ह्ह्ह्ह् शानदार गजल हे सर जी ....बधाई

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  3. सादर प्रणाम गुरुदेव । छत्तीसगढ़ी गजल खजाना मा स्थान दे बर अंतस ले आभार गुरुदेव ।नमन।

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    1. बहुत बढ़िया सरजीं

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  4. बहुत सुंदर सुन्दर ग़ज़ल हे भाई
    सुघ्घर लेखनी

    बहुत बहुत बधाई हो भाई मोहन


    आशा देशमुख

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    1. आप सभी के मया आशीष के प्रतिफल आय दीदी ।

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  5. लाजवाब ग़ज़ल हुई है आदरेय... बहुत बधाई

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    1. सँहराय खातिर हार्दिक आभार चंद्राकर जी ।

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  6. शानदार गुरुदेव

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  7. अब्बड़ सुग्घर गजल गुरुदेव

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  8. अंबड़ सुघ्घर गजल हे गुरु जी।

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  9. दूनों गजल अब्बड़ सुघ्घर हे गुरुदेव,बधाई हो

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  10. बहुत बढ़िया मोहन भाई

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  11. शानदार बानगी। मोहन लाल जी ला हार्दिक बधाई।

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    1. आप सबो के मार्गदर्शन अउ आशीष के सद्परिणाम आय गुरुदेव ।सादर प्रणाम ।

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  12. बढ़िया ग़ज़ल । बधाई

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  13. बड़ सुग्घर गज़ल वर्मा सर बधाई हे

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  14. वाह वाह बड़ सुघ्घर सिरजन आदरणीय गुरुदेव जी सादर बधाई पठोवत हंव।सादर पयलगी 🙏🙏🙏

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  15. सुग्घर संग्रह भाई
    नित संदेश देना है अपना काम,
    जग में लेखन से हो सबका नाम।
    👍👌💐

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  16. Bahut sughar gajal he sir ji........

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  17. बहुत ही अच्छी रचना

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  18. बहुत जोरदार !!!!!!!

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  19. शानदार गजल सर

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    1. गुरु कृपा ले प्राप्त ज्ञान ला संजोये हँव आदरणीय ।आभार

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  20. बहुत बढ़िया गजल सर जी।बधाई

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  21. बहुतेच सुग्घर सिरजन भाई जी

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  22. बहुतेच सुघ्घर भइया

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  23. सुग्घर गजल मोहन भाई

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    1. आप मन के आशीर्वाद हे।भैया जी ।

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  24. सुग्घर गजल मोहन भाई

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  25. सुग्घर गजल मोहन भाई

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  26. सुग्घर गजल मोहन भाई

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  27. शानदार गुरुदेव

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  28. बड़ सुग्घर भईया जी
    सुग्घर गजल बर बधाई

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  29. सुग्घर गजल बधाई भैयाजी

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  30. दूनो गज़ल मा भावप्रवणता के संगे-संग दुनिया दारी के सच्चाई गुरुजी बहुताक सुग्घर गज़ल आदरणीय बधाई ।

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  31. Bahut hi sunder Kavita hai guruji

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  32. Bahut hi sunder gajal hai sir

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  33. बड़ सुघ्घर गजल..

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  34. बहुत सुग्घर सिरजन भाई जी ।सादर बधाई

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  35. बहुत सुंदर सर जी,,,,,

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