छत्तीसगढ़ गज़ल-सुखदेव
122 122 122 122
तहीं ईस अल्ला खुदा राम रब तँय
बताबे भला ये मनूजन ल कब तँय
लहुट के निहारय जवइया ह तोला
ओ पुन्नी के चंदा सहीं रोज फब तँय
परीक्षा भयंकर कठिन हे रहन दे
बतादे समय ला हवच खास जब तँय
दबत हस त इस्प्रिंग जइसे भले दब
सगा राख माटी बरोबर न दब तँय
अलाली न कर भाई सुखदेव तँय हा
सिखइया गुरू हे अभी सीख सब तँय
-सुखदेव सिंह'अहिलेश्वर'
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तहीं ईस अल्ला खुदा राम रब तँय
बताबे भला ये मनूजन ल कब तँय
लहुट के निहारय जवइया ह तोला
ओ पुन्नी के चंदा सहीं रोज फब तँय
परीक्षा भयंकर कठिन हे रहन दे
बतादे समय ला हवच खास जब तँय
दबत हस त इस्प्रिंग जइसे भले दब
सगा राख माटी बरोबर न दब तँय
अलाली न कर भाई सुखदेव तँय हा
सिखइया गुरू हे अभी सीख सब तँय
-सुखदेव सिंह'अहिलेश्वर'
सादर आभार
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