Total Pageviews

Monday, 4 May 2020

छत्तीसगढ़ गज़ल-सुखदेव

छत्तीसगढ़ गज़ल-सुखदेव

122 122 122 122

तहीं ईस अल्ला खुदा राम रब तँय
बताबे भला ये मनूजन ल कब तँय

लहुट के निहारय जवइया ह तोला
ओ पुन्नी के चंदा सहीं रोज फब तँय

परीक्षा भयंकर कठिन हे  रहन दे
बतादे समय ला हवच खास जब तँय

दबत हस त इस्प्रिंग जइसे भले दब
सगा राख माटी बरोबर न दब तँय

अलाली न कर भाई सुखदेव तँय हा
सिखइया गुरू हे अभी सीख सब तँय

-सुखदेव सिंह'अहिलेश्वर'

1 comment:

गजल

 गजल 2122 2122 2122 पूस के आसाढ़ सँग गठजोड़ होगे। दुःख के अउ उपरहा दू गोड़ होगे। वोट देके कोन ला जनता जितावैं। झूठ बोले के इहाँ बस होड़ होगे। खा...