*ग़ज़ल-आशा देशमुख*
*बहरे रजज़ मुस्समन सालिम*
*मुस्तफ़इलुन मुस्तफ़इलुन *मुस्तफ़इलुन मुस्तफ़इलुन*
*2212 2212 2212 2212*
लक्ष्मण सही जी गीत माटी के गवैया कोन हे।
कण कण बसे जन जन बसे पीरा चिन्हैया कोन हे।1
फागुन धरे हे रंग आमा डार कुहके कोयली
रग रग खुशी भीगत हवय अइसन भिगैया कोन हे।2
गाड़ी मरारिन हा चढ़े पइसा घलो नइ पास मा
मन के दशा डर भाव ला पढ़के लिखैया कोन हे।3
गहदे तुमा के नार कस ये मन अबड़ झुमरत हवय
पबरित मया के बंधना ढेराअटैया कोन हे।4
बइठे सिंहासन पद गरब रमजे दरी ला पाँव मा
हपटे गिरे मन सँग चलव अइसन कहैया कोन हे।5।
हउँला रखे हे दोहरा तिरिया चलत हे बोह के
गहरा भरे हे भेद गा अइसन लिखैया कोन हे।6
ताजा हवय गोंदा चँदैनी आज तक ममहात हे
घुनही बँसुरिया ला मधुर सुर मा बजैया कोन हे।7
आशा देशमुख
एनटीपीसी जमनीपाली कोरबा
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